Nursery Tales In Hindi – (बच्चों के लिए नर्सरी कहानियां) – हमारे साइट के एक और नए कहानियों के पोस्ट पर आप सभी का स्वागत है।

यदि आप हिंदी भाषा में कहानियां पढ़ने के शौकीन है तब यह पोस्ट आपके लिए है क्योंकि इस पोस्ट पर हम आप सभी को Nursery Tales In Hindi के बारे में बताएंगे।

बच्चे को कहानियां बहुत पसंद आता है यदि आप कहानियां पसंद करने वाले बच्चे में से हैं तो आज के इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ना ना भूले।आज हम इस आर्टिकल पर आप लोगो को Nursery Tales In Hindi के बारे में बताएंगे और हम आप सभी से उम्मीद करते हैं कि आपको आज का यह आर्टिकल जरूर पसंद आएगा। 

Nursery Tales In Hindi – बच्चों के लिए नर्सरी कहानियां

दोस्तों क्या आप मजेदार Nursery Tales In Hindi पढ़ने के शौकीन है अगर हां तब आज का यह आर्टिकल केवल आपके लिए है आज हम इस आर्टिकल पर जो Nursery Tales In Hindi के बारे में बताएंगे वह है –  

1) हंस और उल्लू की कहानी

एक घने जंगल में हंस नदी में रहा करता था हंस का स्वभाव बहुत अच्छा था वह सभी जानवरों से खुलकर बातें करता था।एक दिन हंस जब नदी में तैर रहा था तब उसका नजर जख्म हुआ उल्लू के ऊपर पड़ा था।

जैसे ही उल्लू को हंस ने देखा वैसे ही उसे ठीक करने के बारे में सोचा और उल्लू के ऊपर हंस अपने मुंह से पानी फेंकने लगा।कुछ दिन बाद जब उल्लू का तबीयत ठीक हुआ तब उल्लू ने हंस को धन्यवाद कहा और धीरे-धीरे उल्लू और हंस के बीच दोस्ती गहरा होता चला गया।

उल्लू बहुत ज्ञानी था इस वजह से उसने हंस को कहा कि हंस गर्मी का महीना आने वाला है धीरे-धीरे तुम जिस नदी में रह रहे हो वह सूख जाएगा परंतु हंस ने कहा कि ऐसा नहीं होगा क्योंकि मैं बरसों से यहां पर रह रहा हूं। गर्मी का मौसम आ गया और नदी पूरी तरीके से सुख गया था।

धीरे धीरे हंस का तबीयत भी खराब होने लग रहा था परंतु उल्लू को हंस ने बचाया था इस वजह से उल्लू ने भी हंस को बचाने के बारे में सोचा।उल्लू उड़ कर पास के ही जंगल में गया और देखा कि वहां पर एक नदी है और उस नदी में कोई नहीं रहता। 

पास के जंगल में नदी को देखने के बाद उल्लू ने हंस को उस नदी के किनारे में जाने के बारे में कहा।हंस यह सुनकर ही बहुत खुश हो गया था कि पास के जंगल में नदी है और उल्लू का बात सुनकर पास के जंगल के नदी के किनारे चला गया और वह बहुत खुश हो गया।

दूसरे नदी में जाने के बाद भी उल्लू और हंस में बहुत दोस्ती था वह दोनों बैठकर बहुत देर तक बातें करते थे परंतु एक दिन रात में जब वह दोनों गहरी नींद में सो रहे थे तब दोनों शिकारी हंस का शिकार करने आए थे परंतु शिकारी का आवाज सुनकर उल्लू जाग गया था और जैसे ही शिकारी ने हंस के ऊपर एक खतरनाक तीर फेंका वैसे ही उल्लू ने हंस को हटा दिया।उल्लू ने जब हंस को बचाया तब हंस बहुत खुश हो गया और उल्लू को अपना सच्चा और अच्छा मित्र मान लिया।  

2) झूठा तोता की कहानी

एक बहुत बड़े से जंगल में मिठू नाम का तोता रहा करता था। तोता उम्र में सभी जानवरों से बहुत छोटा था जिस वजह से सभी जानवर तोता को बहुत पसंद करते थे। मिठू देखने बहुत सुंदर था परंतु वह बहुत झूठ बात सभी से कहता था।

मिठू तोता का झूठा बात किसी को पसंद नहीं था परंतु फिर भी वह झूठ ही कहता था। कभी मिठू कबूतर से कहता था कि जानते हो आज मैंने शेर राजा के घर से खाना खाकर आया हूं तो कभी कहता था कि मैं मयूर से भी सुंदर हूं।

एक दिन जंगल में सफेद रंग का सुंदर कबूतर आता है जिसे देखकर सभी लोग कहने लगते हैं सुंदर कबूतर तुम कौन हो तब सुंदर कबूतर कहता है कि यहां पर मिठू नाम का कबूतर कौन है।कुछ देर बाद मिठू तोता कबूतर के पास आता है और कहता है जानते हो मैं अभी दूसरे राज्य के राजा के घर से दावत खाकर आ रहा हूं और मैं तो तुमसे भी सुंदर हूं।

जब सफेद रंग का कबूतर सुनता है कि तोता बाहर के राज्य में जाकर आया है तो वह उससे कहता है कि गलती से तुम्हारे पास आ गया मैं सोचा था तुम आसपास ऐसे घूम रहे हो इस वजह से शेर महाराज तुम्हें दावत के लिए बुलाया था परंतु तुम तो दूसरे राज्य से अच्छा दावत करके आए हो आब तो तुम्हें शेर राजा के दावत मैं आने का कोई जरूरत नहीं है।

जब तोता सुनता है कि उसे शेर राजा ने बुलाया था तब वह बहुत दुख हो जाता है और सभी से सच कह देता है कि मैं झूठ कह रहा था मैं किसी भी जंगल में नहीं जाता हूं और मैं कोई भी राज्य से दावत करके नहीं आया मैं सभी से झूठ बोल रहा था तब कबूतर कहता है कि झूठ क्यों बोलते हो झूठ बोलना बुरी बात है और यह सुनकर तोता बहुत मायूस हो जाता है और कहता है कि मैं दोबारा कभी भी झूठ नहीं बोलूंगा।  

3) जादुई चश्मा की कहानी

शक्तिपुत्र नाम के गांव पर रामू नाम का किसान रहा करता था।रामू नाम का किसान अपने लड़के और पत्नी के साथ रहा करती थी। रामू एक बहुत ही मेहनती इंसान था वह अकेले ही अपनी खेती का खुदाई करता था।

एक दिन रामू अपने लड़के को लेकर खेत में गया था रामू बहुत देर तक मिट्टी का खुदाई कर रहा था तभी रामू को एक चश्मा मिला हम उस चश्मे को मामूली चश्मा समझा और उसे बाहर एक कोने पर रख दिया।

बहुत देर तक मिट्टी का खुदाई करने के बाद रामू बहुत थक गया था वह तब थोड़ा विश्राम करने के बारे में सोचा तभी रामू का बेटा खेती करने के लिए कहा रामू एक पेड़ के नीचे बैठा था और उसका बेटा मिट्टी का खुदाई कर रहा था।

थोड़ी देर बाद रामू मिट्टी से मिलने वाले चश्मे को पहनता है और देखता है कि एक शेर उसके बेटे के पास आकर उसे खा लेता है तभी वह चश्मा उतार देता है और देखता है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है परंतु दोबारा चश्मा पहनने के बाद वह फिर से वह दिशा देखता है।

रामू जब समझ जाता है कि चश्मा कोई मामूली चश्मा नहीं है जब वह अपने बेटे को खेती से निकल जाने को कहता है और वह गांव में सभी लोगों का भविष्य देखना शुरु कर देता है।

रामू जादुई चश्मे के मदद से सभी लोगों का भविष्य देखना शुरू कर दिया था और उसका उसे अच्छा पैसा भी मिलता था 1 दिन रामू का दोस्त अपना भविष्य जानने को आया था तभी रामू ने उसका भविष्य देखा कि एक आदमी उसे बहुत पैसा दे रहा है तब रामू ने लालच में आकर उसे कहा कि अभी तुम दुकान में मत जाओ।

रामू लालच में आकर अपने दोस्त को झूट कहकर घर भेज दिया और खुद दुकान की तरफ चला गया कुछ देर बाद एक आदमी रामू को पैसे से भरा बैग दिया रामू उस बैग को लेकर बाहर जा रहा था तभी एक आदमी आकर कहा कि तुम चोर हो यह पैसे से भरा बैग तो मेरा है तो उसे कहां ले जा रहे हो और तभी वह आदमी रामू को बहुत मारने लगा तभी रामू को समझ आ गया कि लालच करना बुरी बात है।

 4) चमत्कारी गाय की कहानी

एक छोटे से गांव में कमला नाम का गरीब बुढ़िया रहती है गरीब बुढ़िया के पास कोई पैसा नहीं था तो वह लोगों के घर में जाकर गाय का गोबर को ली आता था और उसे बेचकर पैसा कमाता था।

कमला जिस घर से गाय का शुद्ध गोबर लेकर बेचा करता था उस घर का मालिक उसे गाय का गोबर देना बंद कर दिया था।गाय का गोबर ना देने की वजह से कमला बहुत चिंतित हो गई थी और उसका कोई भी कमाई नहीं हो रहा था।

कुछ दिन बाद एक बहुत ही बदमाश आदमी अपने बीमार गाय को कमला को ₹3000 में बेच देता है। कमला को पता नहीं था कि गाय बीमार है परंतु फिर भी कमला उस गाय का अच्छे से देखभाल करता था।

घर ज्यादा दूध तो नहीं दे पाती थी परंतु गाय का गोबर को इस्तेमाल करके कमला थोड़ा बहुत पैसा कमा लेती थी।एक दिन एक साधु बाबा कमला के घर आया था और कमला को कहा था कि क्या तुम मुझे खाने में कुछ दोगी तब कमरा ने अपना खाना को ही साधु बाबा को दे दिया था।

साधु बाबा को जब पता चला कि कमला ने अपना खाना कोई साधु बाबा को दे दिया है जो साधु बाबा ने खुश होकर गायक पर एक मंत्र बोल दिया और अगले दिन गाय ने जब गोबर दिया तब वह सोने का गोबर में बदल गया।

सोने के गोबर देने की वजह से कमला बहुत खुश हो गया और कमला को पता चल गया कि यह साधु बाबा के वजह से ही हुआ है कुछ दिन ऐसा चलता गया 1 दिन कमला के पड़ोसी घर के एक आदमी को पता चल गया कि गाय सोने का गोबर देता है।

कमला के पड़ोसी घर के आदमी गाय को चुरा लेता है परंतु अगले दिन गाय सोने का गोबर नहीं देता है बल्कि बहुत ज्यादा मात्रा में गोबर दे देता है और बाद में साधु बाबा उनके घर में प्रकट होते हैं और कहते हैं तुमने कमला से गाय चुरा कर बहुत बड़ा गलती कर दिया है और साधु बाबा गुस्से में आकर लालची आदमी को गाय में तब्दील कर देते हैं और इस कहानी से हमें यह सीख मिलता है कि हमें कभी लालच नहीं करना चाहिए क्योंकि लालच का फल हमेशा बुरा ही होता है।  

5) भूखा चूहा की कहानी

बबलू नाम का एक चूहा छोटे से घर में रहा करता था घर में कोई नहीं था इस वजह से चूहा को खाना नहीं मिल रहा था जिस वजह से चूहा घर के हर एक कोने में खाना ढूंढ रहा था।

कोई भी खाना ना मिलने की वजह से चूहा बहुत ही दुबला पतला हो गया था उसे खाने को कुछ भी नहीं मिल रहा था परंतु एक दिन चूहा को एक डिब्बा देखने को मिल जाता है जहां पर बहुत सारे केले रखा हुआ रहता है।

केले के डिब्बे में एक छोटा सा छेद था और उसी छेद से चूहा केले के डिब्बे में घुस सकता था चूहा का शरीर ना खाने के वजह से बहुत दुबला पतला हो गया था जिस वजह से चूहा आसानी से डिब्बे के अंदर घुस गया था।

केले के डिब्बे के अंदर प्रवेश करने के बाद चूहा धीरे-धीरे सभी केले को खा गया और उसका वजन थोड़ा बढ़ गया जिस वजह से वह बाहर नहीं निकल पा रहा था।

केले के डिब्बे से निकल ना पाने के वजह से चूहा बहुत परेशान हो गया और बहुत जोर से आवाज दिया और तभी एक कुत्ता केले के डिब्बे के सामने आया और चूहे से कहा कि तुम ऐसे डिब्बे से नहीं निकल सकते तुम्हें कुछ दिन खाली पेट डिब्बे के अंदर रहना पड़ेगा तभी जाकर तुम डिब्बे से बाहर निकल पाओगे और तभी चूहे को अहसास हुआ कि कुछ भी अधिक करना नहीं चाहिए।

आशा करता हूं कि आप सभी को Nursery Tales In Hindi | नर्सरी कहानियां | बच्चों के लिए नर्सरी कहानियां पोस्ट पसंद आया होगा। यदि आप और भी मजेदार और रोमांचक दिल जीत लेने वाले कहानियां का पोस्ट पढ़ना चाहते हैं तब आप हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।

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